Raste Hamesha Pairo Ke Neeche Hote Hai

मंजिल चाहे कितनी भी
ऊँची क्यों न हो
रास्ते हमेशा
पैरों के नीचे होते हैं.!

जो निखर कर बिखर जाए
वो "कर्तव्य" है
और.!
जो बिखर कर निखर जाए
वो "व्यक्तित्व" है..!

#nO_pRobLem_aAgE_oR_hAi

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